सानिया तुमने अच्छा नहीं किया
लाखों जवां दिलों पर उस वक्त भी छुरियां चली थी.. जब सानिया मिर्ज़ा ने अपने बचपन के दोस्त के साथ शादी करने का ऐलान किया... धूमधाम से सगाई भी हुई... लेकिन कुछ ही दिनों बाद दोनों के अलग होने की खबरें आ गयीं.. यानि इससे एक बात तो साफ हो गयी...दोनों की बीच सबकुछ ठीक नहीं था...शायद शोएब मलिक दोनों के बीच बैटिंग करने पहुंच चुके थे... क्रीज पर शोएब मलिक की मौजूदगी.. सानिया के मंगतेर को बर्दाश्त नहीं हुई और उन्होंने सानिया से दूरी बढ़ा ली... खैर ये तो सब गुजरे ज़माने की बात हो गयी.. देश में अब चर्चा है सानिया और शोएब की शादी की... बेचारे खेल प्रेमी तो सानिया के इस कदम से फंस गए... अब तो उनके दिमाग में सिर्फ यही चल रहा है कि अब शादी के बाद सानिया किसे सपोर्ट करेंगी... अपने पति परमेश्वर की पाकिस्तानी टीम को..या फिर अपने पुराने वतन हिंदुस्तान को... भई सानिया मिर्जा आपके तो इस एस (सर्विस करते हुए जो एस लगता है वो )ने हमारे देशभर के खेलप्रेमियों को निरुत्तर कर दिया है... सानिया की शादी और उस पर हो रही सियासत ने तो और भी गजब कर दिया है... बाल ठाकरे जैसे नेता कहते हैं कि सानिया ठीक नहीं कर रहीं.. तो राजीव शुक्ला जैसे नेता कहते हैं कि ये सानिया पर छोड़ दिया जाए कि वो शादी के बाद कहां से खेलेंगे... मैं ठाकरे खानदान का विरोधी रहा हूं... लेकिन इस बार मैं उनके साथ हूं... बाल ठाकरे ने बिल्कुल ठीक कहा है... क्या राजीव शुक्ला जी नहीं जानते कि हिंदुस्तान में खेलों को लेकर किस तरह का भावनात्मक लगाव है.. क्या सानिया और शोएब की शादी को जायज़ ठहराने वाले ये नहीं जानते कि... जब भारत-पाकिस्तान का मैच होता है... तब दिलों में किस तरह की भावनाएं होती हैं... सानिया अगर शोएब मलिक से शादी करती हैं... तो वो देशभर के करोड़ों खेलप्रेमियों की गुनहगार होंगी... बॉर्डर पर तो छोड़िए जब खेलों में खिलाड़ियों-और खेलप्रेमियों में दुश्मनी दिखती है... तब वो एक पाकिस्तानी क्रिकेटर से शादी कैसे कर सकती हैं... कैसे वो अपनी शादी को ठीक ठहरा सकती हैं... फर्ज कीजिए.. भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच चल रहा हो... तो क्या वो शादी के बाद भारत को सपोर्ट करेंगी... शायद दिल से करें... लेकिन दिमाग पर तो उनके पति का ही ज़ोर चलेगा... वैसे भी सानिया की होने वाली सास को ना सिर्फ उनके स्कर्ट पहनने पर ऐतराज़ है... बल्कि टेनिस खेलने से भी है... उधर पाकिस्तान टेनिस को लगता है कि उन्हें कारूं का खज़ाना मिल गया है... वो तो अभी से प्लानिंग में जुट गए हैं.. सानिया पाकिस्तान की तरफ से खेलेंगी... वहां की लड़कियों को टेनिस सिखाएंगी... ऐसा भी हो सकता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच टेनिस मैच हो और सानिया भारत के खिलाफ ही खेलती नज़र आएं... मैं तो निजी तौर पर सानिया और शोएब की शादी के बिल्कुल खिलाफ हूं... सानिया तुम ऐसा नहीं कर सकती... खेलप्रेमियों के साथ धोखा नहीं कर सकती... उनके जज्बातों के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकती... अरे हम तो कहते हैं कि आप किसी से भी शादी कर लो.. लेकिन एक पाकिस्तानी खिलाड़ी से तो बिल्कुल ही मत करो... याद करो उन जवानों को जो बॉर्डर पर इन्ही पाकिस्तानियों से लड़ते हुए अपने वतन के लिए कुर्बान हो गए.. याद करो उन सैकड़ों जवानों को जिन्होंने कारगिल में इसी धोखेबाज़ पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए अपनी जान की आहुति दे दी... सानिया तुम खेलप्रेमियों के दुख को समझो... याद रखना.. अगर तुमने शादी की... तुम पाकिस्तानी हो गयी... तो शायद कभी तुम्हारे हर शॉट पर तालियां बजाने वाला... तुम्हारे हारने पर भी तुम्हे सपोर्ट करने वाला... तुम्हारा अपना हिंदुस्तानी...कभी तुम्हारा नाम नहीं लेगा...
चलिये कोइ तो है जो बिहारी होने पर गर्व करता है. पर मैन आपके विचार से सहमत नही. बिहार मे ही तो कहा जाता है-दिल लगी दिवार से तो परी क्या करे.
ReplyDeleteसानिया को ज़्यादातर लोग उसके खेल नहीं किसी और 'वजह' से पसंद करते हैं, लोगों को लग रहा है कि भंवरे ने खिलाया फूल फूल को ले गया राज कुंवर, आओ हम सब मिल कर खंबा न नोचें... वैसे आप लोगों को बता दूं जो सानिया मिर्ज़ा के प्यार में पगला गए हैं सानिया निहायत ही बदतमीज़, घमंडी और मगरूर है। पैसों की लालची है, और वो भारत के लिए नहीं अपने लिए खेलती है... वो कहीं से भी खेले उसके खेल में सुधार नहीं आएगा हां, कुछ 'वजहें' सुधर जाएं तो बात अलग है...
ReplyDeleteसानिया की लाईफ है चाहे शोएब से शादी करे चाहे जरदारी से हमें क्या ?
ReplyDeleteदेखिए हम और हम जैसे और लोग तो देश की तमाम सानियाओं के नखसिख दर्शन से ही तृप्त होते रहे है लिहाजा उनके आचार विचार के बारे में कम ही जानते है...लेकिन एक बात तो तय है कि इस सानिया मिर्चा,,जी हा मिर्चा में कुछ तो खास है जो सौ ऐब वालों को भी अपने सर्विस के बल पर काबू में कर लिया....सच ये भी है अगर इश्क है ...तो फिर उसे सरहदों में बाँधने को उचित नहीं ठहराया जा सकता है...लेकिन असली चिन्ता को उस आय़शा की है जिसे पता ही नहीं कि वो किसी कि बीवी है या प्रेमिक है या फिर तलातशुदा है...अब सानिया मिर्चाको हमारी ये सलाह कि वो आय़शा के तजु्बे से कुछ सबक ले और दुआ है कि धोबी....घरका ना घाटका ..वाली कहावत उन पर लागू ना हो.....
ReplyDeleteमहाशक्ति जी... बात तो ठीक है आपकी... लेकिन ये बात भी नहीं भूलनी चाहिए की सानिया जैसे लोग सेलीब्रीटिज़ हैं... युवा उन्हें कॉपी करते हैं... उनके विचारों को कॉपी करते हैं... लाखों लोगों के लिए वो ऑइकॉन हैं... क्या आपको पसंद आएगा कि कल को सचिन तेंदुलकर.. धनराज पिल्लै... साइन नेहवाल... किसी और देश से जाकर खेलने लगे... किसी दिन वो हमारे देश के ही खिलाफ खेलते दिख जाएं...
ReplyDeleteअरे यार मै सोच रहा हूँ कि उसके शादी मे क्या मेन्यू बनेगा बिर्याणी या गोश्त का कोई आयटम... मेन्यू जो भी हो, उसमे लगा हुवा गोश्त दहशतगर्दो की बंदुको से मरे हुए मासूम भारतीयों का होगा... दिल्ली तो बहुत दूर है.मगर क्या गोकुल चाट मे हुए विस्फोट सानिया भुला पाएगी ? अगर सानिया भुला सकती है तो बेशक वह शादी कर ले शोएब से...
ReplyDeleteदुसरा तर्क यह है, जो बंदा एक लडकी को अधर में लटका हुवा छोडकर दुसरी के साथ घर बसाना चाहता है उसकी नियम पर सानिया केसे मर मिटी... मुझे तो लगता है की, बरसो कमाई हुई दौलत से उसके आँको पर संवेदना शून्यता की चमडी आ गयी है....
दिल तो टूटा है जी....
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