वो इंटरव्यू वाली लड़की पार्ट - 4
कहानी का तीसरा पार्ट यहां पढ़ें
आयशा का रोहति के लिए यूं सोचना एक महीने में ही काफी आगे बढ़ गया... उसे पता था कि रोहित की शादी होने वाली है... लेकिन पता नहीं क्यों बातचीत बढ़ने लगी... दिनभर में 100-100 मैसेज भेजे जाने लगे... फिर फोन पर बातें भी होने लगीं... ना तो रोहित को अंदाज़ा लग रहा था कि दोनों किस ओर जा रहे हैं.. और ना ही आयशा को... रोहित को पता था कि कुछ ही महीनों बाद उसकी शादी है.. उधर आयशा भी साक्षम के साथ शादी करने और आगे की ज़िंदगी प्लान कर चुकी थी.. लेकिन दोनों की ज़िंदगी में पता नहीं क्या कनेक्शन हुआ.. कि दोनों करीब आ गए...
हैलो.. रोहित सर..
हां जी... क्या कर रही हैं आप...
अरे सर.. ये आप ना मुझे आप ना बोला करो...
क्यों भई... आप बोलने में क्या परेशानी है...
अरे सर जब भी आप मुझे आप बोलते हो ना... मेरे दिल में कुछ-कुछ होने लगता है...
कुछ-कुछ होने लगता है.. क्या होने लगता है..
अरे रहने दो आप.. आप नहीं समझोगे...
अच्छा सुनो ना... आज मिलोगे मुझसे... शाम को... आपकी तो छुट्टी है ना आज..
हां मिल लेते हैं... डिनर भी कर लेना मेरे साथ...
यार बाहर नहीं जाना कहीं... घर पर ही आती हूं मैं...
अच्छा.. ठीक है...आ जाओ... मैं घर पर ही हूं...
करीब शाम के छह बजे रोहित के घर की बेल बजती है... रोहित समझ जाता है.. कि आयशा आ गयी... वो दरवाज़ा खोलता है...
हे.. हाय... आ जाओ अंदर...
हैलो रोहित सर... कैसे हैं आप... ट्रैफिक में फंस गयी थी.. इसलिए थोड़ी देर हो गयी...
अरे कोई नहीं.. आ जाओ... बैठो...
सर एक बात पूछू...
हां-हां... पूछो.. क्या हुआ...
मे आई हग यू...
हा हा हा हा... अरे ऐसा क्या हो गया... ओके... ठीक है... यू कैन हग मी... रोहित ने हंसते हुए अपने कदम आयशा की ओर बढ़ा दिए...
आयशा ने उसे बेहद ज़ोर से हग किया... थोड़ी देर वैसे ही रही... और फिर अलग होकर सोफे पर बैठ गयी...
रोहित ने पूछा... अरे बताओ भी क्या हुआ...
अरे कुछ नहीं सर.. ऐसे ही बड़ा मन हो रहा था आपको हग करने का...
अच्छा...
अरे छोड़ो ना.. ये बताओ... शादी कब है आपकी...
शादी है 18 जुलाई को.. और उससे तीन दिन पहले यानि 15 को तिलक है...
तो आप घर कब निकल रहे हो...
यार घर में 12 को जा रहा हूं...
ओके... खाने में क्या खिलाओगे मुझे आज....
बताओ.. बाहर से मंगा लें खाना...
नहीं-नहीं घर पर ही कुछ बनाते हैं..
यार मैं तो तहरी बेहद शानदार बनाता हूं...
तो ठीक है.. आप तहरी बना लो... वही खा लेंगे... लेकिन पहले मुझे अच्छी सी चाय पिला दो...
ठीक है.. पहले चाय ही पीते हैं... बस पांच मिनट वेट करो...
थोड़ी देर बाद रोहित चाय लेकर आता है... और फिर दोनों चाय पीने लगते हैं... तभी आयशा कहती है...
सर सुनो... आज ना मैंने बहाना मारा था... कि किसी दोस्त का बर्थडे है तो... घर देर से आऊंगी या फिर ज्यादा देर हुई तो... वहीं रुक जाऊंगी... लेकिन दिक्कत ये हो गयी है... कि जिसके यहां जाना था वो कहीं और चली गयी.. और अब मैं घर पर वापस भी नहीं जा सकती... बताओ क्या करूं...
अरे तो इसमें क्या है.. यहां पर रुक जाओ...
पक्का.. आपको कोई प्रॉबल्म तो नहीं...
हा हा हा हा हा अरे प्रॉबल्म नहीं होगी... दूसरा कमरा है... वहां तुम सो जाना.. मैं अपने कमरे में सो जाऊंगा...
चलो ठीक है... थैंक्यू सो मच...
रात में डिनर के वक्त आयशा ने रोहित की तारीफ करते हुए कहा..
क्या बात है सर... खाना बनाने में तो उस्ताद हो आप... शानदार तहरी बनायी है आपनी...
हां यार... खाना बनाने का शौक है मुझे.. जब मैं हैदराबाद में था तब भी घर पर ही खाना बनाता था.. यहां भी खुद ही बनाता हूं...
सही है सर... आपकी बीवी बेहद खुश रहेगी...
क्यों भाई...
खाना जो बनाना आता है आपको.. बिल्कुल घरेलू बंदे हो आप... मुझे पूरा भरोसा है.. अपनी बीवी का खूब ख्याल रखोगे...
हा हा हा हा... अबे शादी होगी तो... ख्याल रखना पड़ेगा ना.. अब एक लड़की अपना घर-बार.. मां-बाप सबकुछ छोड़कर मेरे पास आएगी... वो भी ज़िंदगी भर के लिए तो उसका ख्याल तो रखना बनता है ना..
हां सर.. ये बात तो है...
डिनर के बाद भी दोनों की बातें होती रहीं... शादी के बारे में... आने वाली ज़िंदगी की प्लानिंग के बारे में... यहां तक की बच्चों के बारे में... उसके बाद कुछ देर तक खामोशी छायी रही... एकाएक आयशा बोली...
रोहित सर... मुझे आपको किस करना है...
क्या....
मुझे आपको किस करना है...
अरे क्या हो गया है तुम्हें... सब ठीक है ना...
हां सर सब ठीक है... इतना कहकर आयशा आगे बढ़ी... और उसने रोहित को अपनी बांहों में पकड़ा... और फिर दोनों को ही याद नहीं रहा कि... कब तक उनके होठ.. एक-दूसरे को किस करते रहे...
सुनो... मुझे नींद आ रही है... आयशा ने कहा...
तो ठीक है चलो सोने....
दूसरे कमरे में या आपके कमरे में...
जवाब में रोहित ने कुछ नहीं बोला... उसने आयशा को गोद में उठाया और अपने बेडरूम की ओर बढ़ गया...
No comments